Tuesday, March 20, 2012



तेरे चरणों की महिमा...


तेरे चरणों की महिमा मैं सबको बताता जाऊँ...
सुख-दुःख तेरा प्रसाद मैं हँस कर खाता जाऊँ...

तेरे स्वरूप का सुमिरण हो, नाम हो तेरा हर साँस में,
नर-नारी में तू दिखे, दिखे तू मुझे आकाश में,
तेरा ये निर्दोष दर्शन, मैं सबको करवाता जाऊँ,
तेरे चरणों की महिमा मैं, सबको बताता जाऊँ ।

मिट गई प्यास हृदय की, भर गया तेरा प्यार,
सद्गुरु जब से तुम मिले, झूठा लगे संसार,
तेरी ये अनुकंपा मैं, आँखों से बरसाता जाऊँ,
तेरे चरणों की महिमा मैं, सबको बताता जाऊँ ।

भक्ति, सत्संग, जागरण, करें तुमसे प्रार्थना,
ध्यान, कीर्तन, योग, करें तेरी आराधना,
तेरी प्राप्ति के मार्ग मैं, सबको सिखाता जाऊँ,
तेरे चरणों की महिमा मैं, सबको बताता जाऊँ ।

भगवन तुमने कर दिया, मेरे पापों का निवारण,
तुम ही कष्ट हारण, तुम ही जग तारण,
तेरे मुख से निकले ग्रन्थ, मैं सबको सुनाता जाऊँ,
तेरे चरणों की महिमा मैं, सबको बताता जाऊँ ।

गुरुजी इतनी शक्ति देना, अब उस दलदल में ना जाएँ,
तेरी असीम कृपा से अब, हम भी ईश्वर को पाएँ,
तेरे ये सुखदायी गान मैं, मस्ती में गाता जाऊँ,
तेरे चरणों की महिमा मैं, सबको बताता जाऊँ ।